पशु की पूंछ कई बार दूसरे जानवर के खुर के नीचे आने या किसी अन्य कारण से गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो जाती है। कई बार घाव इतना गंभीर हो जाता है कि पूंछ का नीचे वाला हिस्सा नष्ट होकर अपने आप गिरने लगता है इतना ही नहीं कई बार इन्फेक्शन इतना गंभीर हो जाता है कि वह दवाओं से नियंत्रित नहीं हो पाता है और कुछ मामलों में पूंछ के घाव को रोकने के लिए उसे काटना पड़ता है। पूंछ काटने की प्रक्रिया को टेल एम्प्यूटेशन कहा जाता है।
पशु की पूंछ कटने के लक्षण
पूंछ के निचले हिस्से पर गंभीर संक्रमण हो जाना
खुर के नीचे आ जाने के बाद पूंछ बुरी तरह से घायल हो जाना
पूंछ से रक्तस्राव होना
पूंछ के निचले हिस्से के बाल उड़ जाना
कुछ हिस्से में खून का बहाव बंद हो जाना
पूंछ पर हुआ घाव काला पड़ना
पशु की पूंछ का इलाज
पशु की पूंछ कटने का इलाज रोग के प्रकार, कारण और गंभीरता पर निर्भर करता है। यदि पूंछ पर हुए घाव में संक्रमण हो गया है, तो उसका इलाज करने के लिए एंटीबायोटिक दवाएं दी जाएंगी। यदि दवाओं से घाव ठीक नहीं हो पा रहा है, तो फिर टेल एम्प्यूटेशन प्रक्रिया का इस्तेमाल किया जाता है।
इसके अलावा कैंसर, ट्यूमर व पूंछ के हिस्सों में खून न पहुंच पाने के कारण भी कई बार पूंछ को सर्जरी से काटने (टेल एम्प्यूटेशन) प्रक्रिया की जरूरत पड़ती है।